वंदना लूथरा
( एक सफल उद्योजिका )
स्त्री अगर चाहे तो क्या नहीं कर सकती। अगर स्त्री माँ का रूप है तो महाकाली का भी रूप है। वो चाहे तो हर चीज़ हासिल कर सकती है। हमारा समाज मानता है की स्त्रि सिर्फ रसोई घर में अच्छी लगती है बहार काम करना उसके बस की बात नहीं है। पर आज की स्त्री घर भी संभाल सकती है और बाहर काम करके अपने परिवार का पेट भी भर सकती है।
तो आज मैं आपको एक ऐसेही स्त्री के बारे में बताना चाहती हूँ जिन्होंने घर संभालने के साथ साथ एक बहुत बड़ा बिज़नेस भी स्थापित किया। उनका नाम है वंदना लूथरा। उन्होंने भारत का नाम पूरी दुनिया में रोशन किया है।
वंदना लूथरा जी का जन्म १२ जुलाई १९५९ नई दिल्ली में हुआ था। उनके पिताजी एक मैकेनिकल इंजीनियर थे। उनकी माँ एक चैरिटेबल योगाश्रम चलाती थी। लूथरा जी ने "पोलीटेकनिक फॉर वीमेन" नई दिल्ली से अपनी ग्रैजुएशन पूरी की। फिर जर्मनी यु. के. और फ्रांस में उन्होंने ब्यूटी, फ़ूड एंड नुट्रिशन, और स्किन केयर की पढ़ाई पूरी की।
१९८० में उनकी मुकेश लूथरा जी से शादी हुई।
१९८९ में उन्होंने सफदरजंग डेवलपमेंट एरिया नई दिल्ली में ब्यूटी एंड स्लिमिंग सर्विसेज के माध्यम से VLCC की स्थापना की। VLCC आज पूरी दुनिया में एक बहुत बड़ा नाम है। VLCC में वेट मैनेजमेंट और ब्यूटी प्रोग्रम्मेस सिखाये जाते है ( त्वचा, शरीर और बालों का ख्याल रखना ), VLCC भारत का सबसे बड़ा ब्यूटी और वैलनेस की सेवा देनेवाला उद्योग है। VLCC दक्षिण एशिया, दक्षिण पूर्व एशिया और पूर्वी अफ्रीका के १३ देशों के १५३ शहरों में कार्यरत है। उसमे ४००० से भी ज्यादा कर्मचारी काम करते है जिसमे नुट्रिशन कॉउंसलर, मेडिकल प्रोफेशनल, फिजिओथेरपिस्ट, कॉस्मेटोलॉजिस्ट और ब्यूटी प्रोफेशनल शामिल है। VLCC के हेयर केयर, स्किन केयर, और बॉडी केयर के १७० उत्पाद मार्किट में है। ब्यूटी और नुट्रिशन में शिक्षा प्रदान करने वाली VLCC INSTITUTE OF BEAUTY AND NUTRITION एक बहुत बड़ी संस्था है। वंदना लुथराजी KHUSHII नामक एक गैर सरकारी संगठन की उपाध्यक्ष है। वह प्रधान मंत्री कौशल विकास योजना की भी सदस्य है।
वंदना लूथरा जी को २०१३ में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
२०१० में उन्हें एशिया की महिला उद्योजक का पुरस्कार मिला।
२०११ से १०१५ तक वंदना लूथरा जी फार्च्यून मैगज़ीन के वार्षिक अंक में भारत की ५० सबसे सफल महिला उद्योजक की सूचि में शामिल रही।
वंदनाजी के इस जीवन सफर से और उपलब्धियों से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए।
और हमें स्त्री पुरुष के भेदभाव से ऊपर उठकर साथ मिलकर काम करना चाहिए।
( एक सफल उद्योजिका )
स्त्री अगर चाहे तो क्या नहीं कर सकती। अगर स्त्री माँ का रूप है तो महाकाली का भी रूप है। वो चाहे तो हर चीज़ हासिल कर सकती है। हमारा समाज मानता है की स्त्रि सिर्फ रसोई घर में अच्छी लगती है बहार काम करना उसके बस की बात नहीं है। पर आज की स्त्री घर भी संभाल सकती है और बाहर काम करके अपने परिवार का पेट भी भर सकती है।
तो आज मैं आपको एक ऐसेही स्त्री के बारे में बताना चाहती हूँ जिन्होंने घर संभालने के साथ साथ एक बहुत बड़ा बिज़नेस भी स्थापित किया। उनका नाम है वंदना लूथरा। उन्होंने भारत का नाम पूरी दुनिया में रोशन किया है।
वंदना लूथरा जी का जन्म १२ जुलाई १९५९ नई दिल्ली में हुआ था। उनके पिताजी एक मैकेनिकल इंजीनियर थे। उनकी माँ एक चैरिटेबल योगाश्रम चलाती थी। लूथरा जी ने "पोलीटेकनिक फॉर वीमेन" नई दिल्ली से अपनी ग्रैजुएशन पूरी की। फिर जर्मनी यु. के. और फ्रांस में उन्होंने ब्यूटी, फ़ूड एंड नुट्रिशन, और स्किन केयर की पढ़ाई पूरी की।
१९८० में उनकी मुकेश लूथरा जी से शादी हुई।
१९८९ में उन्होंने सफदरजंग डेवलपमेंट एरिया नई दिल्ली में ब्यूटी एंड स्लिमिंग सर्विसेज के माध्यम से VLCC की स्थापना की। VLCC आज पूरी दुनिया में एक बहुत बड़ा नाम है। VLCC में वेट मैनेजमेंट और ब्यूटी प्रोग्रम्मेस सिखाये जाते है ( त्वचा, शरीर और बालों का ख्याल रखना ), VLCC भारत का सबसे बड़ा ब्यूटी और वैलनेस की सेवा देनेवाला उद्योग है। VLCC दक्षिण एशिया, दक्षिण पूर्व एशिया और पूर्वी अफ्रीका के १३ देशों के १५३ शहरों में कार्यरत है। उसमे ४००० से भी ज्यादा कर्मचारी काम करते है जिसमे नुट्रिशन कॉउंसलर, मेडिकल प्रोफेशनल, फिजिओथेरपिस्ट, कॉस्मेटोलॉजिस्ट और ब्यूटी प्रोफेशनल शामिल है। VLCC के हेयर केयर, स्किन केयर, और बॉडी केयर के १७० उत्पाद मार्किट में है। ब्यूटी और नुट्रिशन में शिक्षा प्रदान करने वाली VLCC INSTITUTE OF BEAUTY AND NUTRITION एक बहुत बड़ी संस्था है। वंदना लुथराजी KHUSHII नामक एक गैर सरकारी संगठन की उपाध्यक्ष है। वह प्रधान मंत्री कौशल विकास योजना की भी सदस्य है।
वंदना लूथरा जी को २०१३ में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
२०१० में उन्हें एशिया की महिला उद्योजक का पुरस्कार मिला।
२०११ से १०१५ तक वंदना लूथरा जी फार्च्यून मैगज़ीन के वार्षिक अंक में भारत की ५० सबसे सफल महिला उद्योजक की सूचि में शामिल रही।
वंदनाजी के इस जीवन सफर से और उपलब्धियों से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए।
और हमें स्त्री पुरुष के भेदभाव से ऊपर उठकर साथ मिलकर काम करना चाहिए।
लेखिका
अंजलि कैलाश वैष्णव
First Year
Fashion Design Department
ENVISAGE INSTITUTE OF DESIGN
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